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आशय स्पष्ट करें-(क) सस्मित-वदन जगत का स्वामी मृदु गति से आता है।तट पर खड़ा गगन-गंगा के मधुर गीत गाता है।(ख) कैसी मधुर मनोहर उज्जवल है यह प्रेम-कहानी।जी में है अक्षर बन इसके बनूँ विश्व की बानी। |
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Answer» आशय स्पष्ट करें- (क) सस्मित-वदन जगत का स्वामी मृदु गति से आता है। तट पर खड़ा गगन-गंगा के मधुर गीत गाता है। (ख) कैसी मधुर मनोहर उज्जवल है यह प्रेम-कहानी। जी में है अक्षर बन इसके बनूँ विश्व की बानी।
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