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318 k पर `N_(2)O_(s)` के अपघटन की अभिक्रिया का अध्ययन `CC1_(4)` विलयन में `N_(2)O_(5)` की साद्रता के मापन द्वारा किया गया । प्रारंभ में `N_(2) O_(5)` की साद्रता 2.33 `mol^(-1)` थी जो 184 मिनट बाद घटकर 2.08 `mol^(-1)` रह गई । यह अभिक्रिया निम्नलिखित समीकरण के अनुसार संपन्न होती है। `2N_(2) O_(5(g)) to 4NO_(2(g)) + O_(2(g))` तो इस अभिक्रिया के लिए औसत वेग की गणना घंटों मिनटों तथा सेकडों में कीजिए। इस समय अंतराल में `NO_(2)` के उत्पादक की दर क्या है। |
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Answer» अभिक्रिया के अनुसार अभिक्रिया का औसत वेग `=(1)/(2) [(-Delta [N_(2) O_(5)])/(Delta t)]` `=(1)/(2) [-((2.08 -2.33 )mol L^(-1))/(184 min)]` `=(-1)/(2) [(-0.25 mol L^(-1))/(184 min) ]` `=6.79 xx 10^(4) mol L^(-1) // min` `=(6.69 xx 10^(-4) mol L^(-1) //min^(-1) ) xx (60 min //1h)` `= 4.07 xx 10^(-2) mol^(-1) // h` ` =6.79 xx 10^(-4) mol L^(-1) xx min //60 s` `=1.13 xx 10^(-5) mol L^(-1) s^(-1)` अभिक्रिया का वेग `=(1)/(4) {(Delta [NO_(2)])/(Delta t)]` `=6.79 xx 10^(-4) mol L^(-1) min^(-1)` `NO_(2) ` के उत्पादन की दर `= (Delta [NO_(2)])/(Delta t ) = 4 xx ` अभिक्रिया वेग `=4xx 6.79 xx10^(-4) xx mol L ^(-1) min^(-1)` ` 2.716 xx 10^(-3) mol L^(-1) min^(-1)` ` 2.72 xx 10^(-3) mol L^(-1) min^(-1)` |
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