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`3.4xx10^(7)` मीटर/सेकण्ड की चाल से चलता हुआ एक प्रोटोन एक चुंबकीय क्षेत्र में, क्षेत्र के लंबवत दिशा में प्रवेश करता है। यदि चुंबकीय क्षेत्र का मान `2.0` वेबर/मीटर`""^(2)` हो, तो प्रोटोन पर आरोपित बल तथा उसमे त्वरण ज्ञात कीजिए ।(प्रोटोन का द्रव्यमान `=1.67xx10^(-27)` किग्रा, मूल आवेश `e=1.6xx10^(-19)` कुलाम) |
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Answer» प्रोटोन मूल पर आवेश के बराबर धन-आवेश होता है। हम जानते है की चुंबकीय क्षेत्र B में v वेग से चलने वाले आवेशित कण पर लगने वाला आरोपित बल `F= q v B sin theta` जहाँ q आवेश है तथा `theta` चुंबकीय क्षेत्र B व आवेशित कण के चलने की दिशा के बीच कोण है। प्रश्नानुसार `q=e=1.6xx10^(-19)` "कुलाम" `v=3.4xx10^(7)` मी/से `B=2.0`" वेबर"/"मीटर"`""^(2)` तथा `theta=90^(@) (sin theta =1)` `:.F=(1.6xx10^(-19)` कुलाम) `xx(3.4xx10^(7)` मी/से) `xx(2.0"वेबर"//"मी" ^(2))xx1` `=1.09xx10^(-11)`न्यूटन। प्रोटोन का द्रव्यमान`m=1.67xx^(27` किग्रा है। अतः प्रोटॉन का त्वरण `a=(F)/(m)=(1.09xx10^(-11)"न्यूटन")/(1.67xx10^(-27"किग्रा")` `=6.5xx10^(15)`न्यूटन/किग्रा `=6.5xx10^(15)` मीटर/सेकण्ड`"^(2)`। |
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